हाथियों ने मकान का दरवाजा तोड़ तीन बोरी चावल किया चट
0 कोइलार गडरा, नवापारा, लालपुर में हाथियों ने मचाया भारी उत्पात
कोरबा। कटघोरा वनमंडल में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। क्षेत्र के कोइलार गडरा, नवापारा, लालपुर में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। कोइलार गडरा में ग्रामीण बिरन सिंह धनुहार के मकान का दरवाजा तोड़कर दो हाथी तीन बोरी चावल चट कर दिए। ग्रामीणों ने पूरी रात दहशत के बीच गुजारी। इसी तरह केदई रेंज के कापा नवापारा व लालपुर सक्रिय 34 हाथियों के दल ने बीती रात फिर उत्पात मचाते हुए ग्राम जातामाटी में एक ग्रामीण महिला के घर को ढहा दिया। हाथियों के उत्पात लगातार जारी रहने से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीण हाथियों के डर से रतजगा कर रहे हैं। वन विभाग का अमला हाथियों को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पा रही है।
हाथियों का दल शाम होने के बाद जातामाटी पहुंचा और यहां फुलकुंवर नामक महिला के घर को निशाना बनाते हुए बुरी तरह ढहा दिया। घर ढहाए जाने से फुलकुंवर का परिवार बेघर हो गया है। जिस समय हाथियों ने यहां हमला किया फुलकुंवर व उसका परिवार गहरी नींद में सो रहा था। हाथियों की चिंघाड़ व आहट सुनकर जागे और किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। जातामाटी में हाथियों के पहुंचने और उत्पात मचाए जाने की सूचना मिलने पर रेंजर अभिषेक दुबे के निर्देश पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे और उत्पात मचा रहे हाथियों को खदेड़ने की कार्रवाई की। इस काम में कुछ ग्रामीणों की मदद भी ली गई। वन अमला के खदेड़़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया। रात भर गांव में डटे वन अमले ने हाथियों के किए गए नुकसानी का आंकलन किया और उसकी रिपोर्ट तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी। एक दिन पूर्व भी हाथियों ने यहां काफी उत्पात मचाया था और 4 ग्रामीणों के घर को ढहा दिया था। लगातार उत्पात मचाए जाने व घर तोड़े जाने से इलाके में दहशत का माहौल है। हाथी ग्रामीणों के घरों को ढहाने के साथ फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे है। उधर पसरखेत रेंज से लौटे हाथियों ने रास्ते में गीत कुंवारी, बासीन समेत अनेक गांवों में ग्रामीणों के खेत में लगे धान व मूंगफली की फसल को रौंद दिया है। यहां फसल रौंदे जाने के बाद हाथी लबेद पहुंच गए हैं और जंगल में विश्राम कर रहे हैं। हाथियों के फसल रौंदे जाने की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और नुकसानी आंकलन करने के साथ रिपोर्ट तैयार की। वन अमला हाथियों की निगरानी में भी जुट गया है।