जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति दिलाती है भागवत कथा : पं. देवशरण
0 20 मई को सहस्त्र धारा एवं भोग भंडारे के साथ कथा का होगा समापन
कोरबा। सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक श्री राम कथा एवं श्रीमद् भागवत कथा के मर्मज्ञ पंडित देवशरण दुबे की श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा 13 मई शनिवार को भव्य कलश यात्रा के साथ ग्राम दीपका प्रशांत पैलेस सोमवारी बाजार में शुरू हुई। व्यासपीठ से पंडित देवशरण दुबे अपनी संगीतमयी सुमधुर वाणी से शुक झांकी, कपिल चरित्र, वामन झांकी, प्रहलाद चरित्र की कथाओं से लगातार चार दिन से श्रोताओं को रसपान करा कर जीवन में श्रीमद् भागवत के माध्यम से आनंद एवं परमानंद की प्राप्ति का उपाय बताया। उसी तारतम्य में श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस श्रीराम तथा श्री कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग की कथा सुनाई।
व्यासपीठ से पं. देवशरण ने आशीर्वाद की महिमा बताते हुए कहा कि आशीर्वाद से असंभव भी संभव हो जाता है। जिस तरह मथुरा के चौबे ब्राह्मण ने आशीर्वाद दिया यशोदा मैया तुम्हे पुत्र होगा तो इस पर मैया को विश्वास नहीं हुआ पर आशीर्वाद के फलस्वरूप यशोदा को हुई पुत्री भी वासुदेव के पुत्र से परिवर्तित होकर उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई। यही आशीर्वाद का परिणाम है जो असंभव को भी संभव बना देता है। उसके साथ ही व्यासपीठ से पंडित देवशरण ने विंध्यवासिनी माता, श्रीराम एवं श्रीकृष्ण के प्राकट्य की कथा बताते हुए कहा कि जब धरती पर श्री कृष्ण का जन्म हुआ तो देवता भी उनके दर्शन हेतु पृथ्वी पर आये। और हम मानव इन सबके विपरीत ईश्वर से साक्षात्कार कराने वाली इस भागवत कथा को न सुनते हैं न जाते ही हैं, जबकि इससे हमें लाभ में जन्म जन्मांतर के पाप से मुक्ति मिल जाती है। हम सभी को इस दुर्लभ मानव जन्म को प्रभु के नाम का आश्रय लेकर, भागवत कथा श्रवण कर एवं सत्संग के माध्यम से सार्थक बनाना चाहिए। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के कोरबा जिला शाखा प्रभारी डॉ. नागेन्द्र शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य योगेश पांडे, रोहित पटेल, नेत्रनंदन साहू, कमल धारीया, प्रतिभा शर्मा, रेवती पटेल, हर्ष नारायण शर्मा, बिदुरलाल कौशिक, द्रौपदी कौशिक, कैलास बिहारी, उषा कौशिक, अमरनाथ कौशिक, देवकी कौशिक, जगमोहन कौशिक, खिलकुमारी कौशिक, मनमोहन कौशिक, प्रियंका कौशिक, बजरंग कौशिक, चांदनी कौशिक, रामखिलावन कौशिक, दीपीका कौशिक, अजय कौशिक तथा ग्रामवासी विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। कथा में बड़ी संख्या में ग्रामवासी श्रोतागण कथा श्रवण कर पुण्यलाभ प्राप्त कर रहे हैं। 20 मई शनिवार को सहस्त्र धारा एवं भोग भंडारे के आयोजन के साथ कथा को विश्राम दिया जाएगा। कथा के अंत में श्रीमद् भागवत भगवान की आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के कोरबा जिला शाखा प्रभारी डॉ. नागेन्द्र शर्मा ने अंचलवासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर भोग प्रसाद प्राप्त कर पुण्य लाभ अर्जित करने की अपील की है।