फर्जी पुलिस बनकर नौकरी लगाने का दिया झांसा, असली पुलिस ने पहुंचाया सलाखों के पीछे
कोरबा। खुद को पुलिसकर्मी बताकर फर्जी नाम के सहारे लोगों को सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी पुलिस को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी का वास्तविक नाम कृष्णा यादव है, जिसे बदलकर राजू पटेल बताता फिर रहा था। आरोपी को फोन नंबर के सहारे ग्राम तिलकेजा में होना पाया गया। वहां भी वह पुलिस की वर्दी में किसी को ठगने के लिए निकल रहा था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के पास से आधा दर्जन नकली नेम प्लेट, ठगी में प्रयुक्त बाइक जब्त किया गया है।
दरअसल मानिकपुर परियोजना खदान में काम करने वाले चालक को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 5 लाख रुपये की ठगी के मामले में यह एफआईआर दर्ज की गई है। सिविल लाइन थाना अंतर्गत ग्राम पंडरीपानी निवासी सोन साय पटेल के साथ राजू पटेल ने यह धोखाधड़ी की है। सोन साय पटेल से राजू की मुलाकात 20-25 दिन पहले हुई थी, जो शादी के लिए लड़की देखने के नाम पर सोन साय के घर पहुंचा था। सगा समाज का होने के नाते भरोसा कर सोन साय ने अपनी साली को दिखाने के लिए राजू को ग्राम कुदुरमाल ले गया। इस दौरान बातों ही बातों में राजू पटेल ने बताया कि वह पुलिस विभाग में काम करता है और उसकी ऊंची पहुंच है। एटीएम की गाड़ी चलवाने के लिए नौकरी लगवाने का झांसा देकर 5 लाख रुपये खर्च आना बताया। राजू पटेल की बातों में आकर वह एक ही समाज का होने से भरोसा करते हुए 5 लाख रुपये 15 दिन बाद नकद 25 अप्रैल को भुगतान किया। राजू पटेल पुलिस की वर्दी में शाम करीब 8 बजे सोन साय के घर प्लेटिना मोटर साइकिल में सवार होकर पहुंचा था, जिसके सामने जोहार सगा लिखा है। रुपये लेकर जाने के बाद से राजू पटेल का मोबाइल बंद मिलने लगा और न नौकरी लगी न रुपये वापस हुए। सोन साय ने अपने स्तर पर पतासाजी की तो राजू पटेल के ग्राम भैसमा-तिलकेजा की तरफ के निवासी होने का पता चला है। सोन साय की रिपोर्ट पर सिविल लाइन पुलिस राजू के विरूद्ध धारा 171, 419, 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना कर रही है।