October 9, 2024

दादरखुर्द में धूमधाम से मनाया जाएगा रथजुतिया पर्व

0 मंदिर के पट हुए बंद, भगवान जगन्नाथ हुए बीमार
कोरबा।
आषाढ़ शुक्ल के द्वितीया को मनाया जाना वाला भगवान जगदीश की शोभायात्रा रथजुतिया पर्व 20 जून को धूमधाम से मनाया जाएगा। शहर के निकट ग्राम दादरखुर्द का रथयात्रा उत्सव जिले भर में प्रसिद्ध है। मान्यता के अनुसार आषाढ़ माह के प्रथम दिन से मंदिर का पट रविवार से बंद हो गया है। इस दौरान बीमार होने के कारण उन्हें 15 दिनों तक मौसमी फल आम रस व जामुन का भोग लगाया जाएगा। ब्रह्ममुहुर्त में रथजुतिया के दिन मंदिर का पट खुलेगा।
रथजुतिया पर्व की तैयारी को लेकर ग्रामीणों में उल्लास देखा जा रहा है। दर्शनीय रथ यात्रा को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए ग्राम दादरखुर्द के भगवान जगन्नाथ मंदिर में तैयारियां शुरू हो गई है। आयोजन में विशेष आकर्षण केंद्र भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा की प्रतिमाओं को सुसज्जित कर रथ में बैठाया जाता है। खींचने के लिए रथ को विशेष तौर सजाया जा रहा है। यह परंपरा पुराने समय से यहां चली आ रही है। रथयात्रा के दिन प्रतिवर्ष यहां हजारों की तादात में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं। गांव में मेले का भी आयोजन किया जाता है। यह आयोजन समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से होता है। जनश्रुति के अनुसार भगवान जगन्नाथ स्वामी इस दिन अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं। परंपरा के अनुसार गांव के मंदिर से भगवान जगन्नाथ स्वामी को रथ में बैठाकर गांव भर में भ्रमण कराया जाता है। इस आयोजन में रथ खींचने की उत्सुकता के साथ श्रद्धालु पुण्य लाभ लेने गांव पहुंचते हैं। रथयात्रा के दिन गांव तक आवागमन के लिए बस का संचालन किया जाना चाहिए। निजी वाहनों में गांव तक श्रद्धालुओं के आने से पार्किंग की समस्या होती है। वाहन चलाए जाने से न केवल अधिक से अधिक दर्शनार्थियों को दर्शन लाभ मिलेगा बल्कि व्यवस्था में भी सुधार आएगी। बीते दो वर्ष तक कोरोना काल के कारण ग्रामवासियों को उत्सव का संक्षिप्त आयोजन करना पड़ा था। संक्रमण कम होने से ग्रामीणों में उत्सव आयोजन को लेकर उल्लास देखा जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो जगदीश की रथयात्रा में शामिल होने उनके स्वजन खासकर बेटियां अपने परिवार सहित आती हैं।

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