November 7, 2024

विद्यामितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

0 केवल 2000 रुपये की मानदेय वृद्धि से हैं नाराज
कोरबा।
राज्य भर के अतिथि शिक्षक (विद्यामितान) के मानदेय में शासन ने दो हजार रुपये की वृद्धि की है, जबकि विद्यामितान नियमितीकरण व संविलियन की मांग कर रहे हैं। विद्यामितान छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं, प्राथमिकता से वंचितों की बहाली के साथ नियमितीकरण व संविलियन किया जाना चाहिए था। इससे अतिथि शिक्षक असंतुष्ट हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। विद्यामितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेस के जन घोषणा पत्र में विद्यामितान जो छत्तीसगढ़ के मूल निवासी है, रिक्त पदों पर प्राथमिकता के साथ नियमितीकरण किया जाएगा का बिंदु शामिल था। विद्यामितान राज्य अतिथि शिक्षक बीते 8 साल से बीहड़ आदिवासी अंचल, नक्सल क्षेत्रों के शासकीय स्कूलों में मुख्य विषयों पर शैक्षणिक सेवा दे रहे हैं। शिक्षा विभाग में संविलियन व नियमितीकरण के लिए 2018 में 28 दिन का आमरण अनशन किया गया था। वर्तमान कांग्रेस सरकार के अधिकांश विधायक, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आंदोलन में आकर जूस पिलाकर आमरण अनशन को समाप्त कराया था। उन्हें कहा गया था कि जैसे ही हमारी सरकार बनती है, 10 दिन के अंदर विद्यामितान शिक्षकों का नियमितीकरण किया जाएगा, जिसका उल्लेख घोषणा पत्र में है। आज साढ़े 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी राज्य अतिथि शिक्षक लगातार आवेदन निवेदन कर रहे हैं। यहां तक कि कोरोना काल में 65 दिन का हड़ताल भी उन्होंने किया था। वादा पूरा कराने संभाग व जिला स्तरीय प्रदर्शन किए गए। पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार ने उनके साथ वादाखिलाफी की है। जल्द ही इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए दिल्ली के जंतर मंतर मैदान व रायपुर में उग्र आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं। राज्य अतिथि शिक्षक विद्या मितान ने शासन से वादा पूरा करने या फिर इच्छा मृत्यु की अनुमति देने की मांग की है।

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