समाज में फूट डालने और गुमराह करने का काम कर रहे हैं केंद्रीय अध्यक्ष : कमलेश चंद्रा
0 प्रेसवार्ता में समाज अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप
कोरबा। जिला ही नहीं अपितु पूरे छत्तीसगढ़ में चंद्रनाहू (चंद्रा) समाज के लोग बड़ी संख्या में निवासरत हैं जो सामाजिक, राजनैतिक एवं विभिन्न नौकरियों में कार्यरत रहने के साथ-साथ उद्योगों में भी अपनी पहचान बनाए हुए हैं। समाज के सभी लोगों को एकजुट करते हुए सामाजिक स्तर पर मजबूती प्रदान करने के लिए चंद्रनाहू (चंद्रा) विकास महासमिति का गठन किया गया है। इसके अधीनस्थ पूरे प्रदेश भर में इकाइयां काम कर रही हैं। कोरबा जिला ईकाई व क्षेत्रीय समिति भी इसके अंतर्गत है। केंद्रीय अध्यक्ष समाज में फूट डालने और गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
उक्त बातें चंद्रनाहू कुर्मी समाज के अध्यक्ष कमलेश कुमार चंद्रा ने प्रेस क्लब तिलक भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि शहर के पोड़ीबहार में कोरबा भाग-1 का सामाजिक भवन शासन के सहयोग से निर्मित कराया गया है, जहां पर चंद्रा समाज के लोगों की विभिन्न गतिविधियों के अलावा दूसरे समाज के लोगों को भी शुल्क लेकर आयोजन की सुविधा प्रदान की जाती है। भवन की गतिविधियों के संचालन के लिए भवन विकास समिति का गठन किया गया है। उपरोक्त भवन का देखरेख और रखरखाव के लिए कोरबा समिति भाग-1 की जिम्मेदारी शुरू से रही है। इस भवन के ऊपरी तल पर 2 कमरे निर्माण करा किराए पर दिया गया है। बीते दिवस चंद्रनाहु (चंद्रा) विकास महासमिति के केंद्रीय अध्यक्ष रामरतन चंद्रा एवं अश्वनी चंद्रा एनटीपीसी निवासी के द्वारा समिति के कार्यों पर अनर्गल, निराधार और बेबुनियाद आरोप लगाकर सिविल लाइन थाना रामपुर में शिकायत किया गया। जब समाज के लोगों ने इस पर आपत्ति की तो बड़ी संख्या में लोगों को इक_ा करके वाद-विवाद किया गया। चंद्रनाहू कुर्मी समाज के अध्यक्ष कमलेश चंद्रा ने बताया कि सामाजिक भवन के ऊपरी तल को चंद्र स्वजन निधि लिमिटेड को प्रतिमाह 7 हजार रुपये किराए की दर पर दिया गया है। यह नॉन बैंकिंग फायनेंस कंपनी के तौर पर कार्यरत है तथा आरबीआई के गाइड लाइन को फॉलो करती है। भारत का राजपत्र कार्पोरेट कार्य मंत्रालय की अधिसूचना से तय किए गए नियमों का पूरा-पूरा पालन इस संस्था के द्वारा किया जा रहा है। यहां संस्था चंद्रा समाज की ही महिलाओं द्वारा संचालित है, जिसकी डायरेक्टर लेखिका चंद्रा है। इस संस्था के द्वारा चंद्रा समाज के ही लोगों को जोड़ा गया है, ताकि वे बचत की आदत डालकर आर्थिक रूप से स्वयं को मजबूत कर सकें। जुलाई 2021 से कार्यरत इस संस्था से समाज के लोगों को काफी उम्मीदें भी है, लेकिन संस्था की कार्यप्रणाली को बेवजह विवादित बनाया जा रहा है। उपरोक्त लोगों के द्वारा संस्था को लेकर लगाए जा रहे सभी तरह के आरोप बेबुनियाद है। प्रेस वार्ता में महासचिव एमएल चंद्रा, लेखिका चंद्रा व अन्य मौजूद थे।