October 5, 2024

स्कूल के बच्चों ने बैंक भ्रमण कर जानी लेनदेन की प्रणाली

0 स्टूडेंट बैंक अकाउंट से बच्चे होतें है फाइंनेंशियली इंडिपेंडेंट
कोरबा। इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के 11वी एवं 12वी कॉमर्स के विद्यार्थियों ने शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ एचडीएफसी बैंक दीपका का भ्रमण किया। विद्यार्थियों के साथ मुख्य रूप से विद्यालय के वाणिज्य संकाय के वरिष्ठ शिक्षक दीपक मलिक एवं अन्य शिक्षक शिक्षिका थे।
शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान से अवगत कराना था। विद्यार्थियों को एचडीएफसी बैंक दीपका के मैनेजर शीतेश नायक ने बेसिक आफ अकाउंट्स, जनरल एंट्री, जीएसटी, बेसिक वाउचर एंड परचेज, इनवॉइस एवं टीडीएस के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही ई बैंकिंग के फायदे एवं नुकसान को भी विस्तृत रूप से शीतेश नायक ने विद्यार्थियों को बैंक की कार्य प्रणाली बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि आज भले ही हम जितने भी आधुनिक हो गए हैं भले ही हमारा हर कार्य इंटरनेट के जरिए आसान हो गया है लेकिन आज भी हम ठगी के शिकार हो जाते हैं। हमें कभी भी किसी फ्रॉड कॉल आने पर या अनजान नंबर से कॉल आने पर अपना मोबाइल नंबर, आधार नंबर व एटीएम कार्ड का नंबर किसी भी स्थिति में किसी अनजान व्यक्ति को नहीं बताना चाहिए। भले ही वह कहे कि मैं बैंक से बोल रहा हूं। ऐसी स्थिति से बचने का प्रयास करें।विद्यार्थियों की प्रत्येक शंकाओं का समाधान शीतेष नायक एवं शिक्षक दीपक मलिक ने किया। वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों को न सिर्फ एचडीएफसी बैंक का भ्रमण कराया गया अपितु बैंक की व्यवस्था एवं कार्य करने के ढंग से भी रूबरू कराया गया। शीतेश नायक ने विद्यार्थियों को सेविंग अकाउंट और फिक्स अकाउंट के बारे में भी जानकारी दी और उन्हें समझाने का प्रयास किया कि अकाउंट से संबंधित किसी भी सॉफ्टवेयर में काम कैसे किया जाता है। विद्यार्थियों को अकाउंट की आधारभूत जानकारी देने के अलावा उनके समक्ष डेमोंसट्रेशन के रूप में बहुत सारी बैंकिंग फैसिलिटी के बारे में विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया गया। उन्हें बताया गया कि बैंक अपने कस्टमर को ओवरड्राफ्ट चेक, बैंक ड्राफ्ट, क्रेडिट कार्ड, कैश क्रेडिट, ई-बैंकिंग, मोड्स ऑफ़ ऑनलाइन मनी ट्रांसफर, फिक्स डिपॉजिट एंड रिकरिंग डिपॉजिट, अकाउंट ओपनिंग फ्रॉम एनी पे स्लिपके सुविधा प्रदान करती है। विद्यार्थियों को अलग-अलग वाउचर के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही यह भी बताया गया कि कितने अमाउंट पर कितना जीएसटी काटा जाता है। टीडीएस किस आधार पर काटा जाता है। सभी विद्यार्थी वाणिज्य से संबंधित जानकारियों को बारीकी से समझ कर प्रसन्न चित्त हुए।  विद्यालय के प्राचार्य डॉ.संजय गुप्ता ने कहा कि हमारा प्रारंभ से ही उद्देश्य रहा है कि हम बच्चों को प्रत्येक विषय की तकनीकी एवं आधारभूत जानकारी दी जाए। आज विद्यार्थी इस क्षेत्र में भी पद नाम व पैसा कमा कर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन कर रहे हैं।

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