November 7, 2024

मकान में घुसा हाथी, परिवार ने भागकर बचाई जान

0 वन विभाग की सक्रियता से बड़ी अनहोनी टली
कोरबा।
वनमंडल कटघोरा के पसान रेंज में मरवाही परिक्षेत्र से पहुंचे तीन हाथियों का उत्पात जारी है। हाथियों ने जहां रेंज के सेमरहा सर्किल अंतर्गत हरदेवा गांव में लगभग एक दर्जन ग्रामीणों की फसल को बीती रात रौंद दिया, वहीं इस दल से अलग होकर एक दंतैल हाथी बस्ती में पहुंचकर एक ग्रामीण के घर में घुस गया। गृहस्वामी ने परिवार समेत भागकर अपनी जान बचाई और शोर मचाया, जिस पर क्षेत्र में गश्त कर रहे वनकर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर दंतैल को खदेड़ा। वन कर्मियों के खदेड़े जाने पर दंतैल ने जंगल का रूख किया और अपने दल में शामिल होकर जंगल के कक्ष कम्रांक पी-215 में डेरा डाल दिया।
वन विभाग की सक्रियता से हाथी कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा पाया। जानकारी के अनुसार जीपीएम जिले के मरवाही परिक्षेत्र से तीन हाथियों की एंट्री हुई है। इन हाथियों ने यहां पहुंचते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया है और ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभाग के नाकों में दम कर दिया है। हाथियों ने पहले दिन जहां जल्के सर्किल के पलामू गांव में उत्पात मचाते हुए आधा दर्जन ग्रामीणों के मकान को ध्वस्त कर दिया था, वहीं दूसरे दिन सेमरहा सर्किल के भलकुंडा गांव में एक ग्रामीण के घर को ढहाने के साथ ही बड़ी मात्रा में फसलों को भी तहस-नहस किया था। बीती रात फिर हाथियों ने हरदेवा गांव के खेतों में पहुंच एक दर्जन ग्रामीणों के फसल को नुकसान पहुंचाया। वहीं एक दंतैल झुंड से अलग होकर रात्रि 11 बजे के लगभग बस्ती में पहुंच गया और निर्मल पिता उमेंद सिंह के घर में घुसकर नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन वन अमला ने तत्काल मौके पर पहुंचकर दंतैल को खदेड़ दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाया। उधर 47 हाथियों का दल अभी भी केंदई रेंज के कापा नवापारा में विचरणरत है, जबकि 6 हाथी जटगा रेंज के जंगल में पहुंच गया है। यहां घूम रहे हाथियों की लगातार निगरानी की जा रही है। यह दल पिछले कुछ दिनों से शांत है और कोई विशेष नुकसानी नहीं कर रहा है। इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज के कुदमुरा बिट में एक तथा गीतकुआरी में 3 हाथी सक्रिय हैं। इन हाथियों के झुंड ने बीती रात उत्पात मचाते हुए 7 ग्रामीणों के फसल को मटियामेट कर दिया है। गीतकुआरी में फसल मटियामेट होने की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचकर नुकसानी के आंकलन में जुट गए हैं। इस बीच खतरनाक लोनर हाथी चेतक 47 हाथियों के झुंड में शामिल हो गया है, लेकिन झुंड में मौजूद दूसरा दंतैल अलग होकर बेलबंधा पहाड़ पहुंच गया है। चेतक के झुंड में शामिल होने से वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। इससे पहले वन अमला चेतक को झुंड में शामिल करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा था।

Spread the word