बिजली कर्मियों को गणतंत्र दिवस पर मिला तोहफा
0 महंगाई भत्ता, वाहन भत्ते में वृद्धि तथा बोनस देने की घोषणा
कोरबा। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कम्पनी मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में पावर कंपनी के चेयरमेन पी. दयानंद (आईएएस) ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर उपस्थितजनों को बधाई व शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने नई ऊर्जा के साथ प्रदेश के सर्वांगीण विकास का संकल्प लिया है, उन्हें पूरा करने में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कंपनी की अहम भूमिका है। सस्ती और सुलभ बिजली के जरिए हम आम आदमी के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिये कार्य कर रहे हैं। चेयनमैन ने इस अवसर पर पावर कंपनी के कर्मियों व पेंशनरों को महंगाई भत्तें की सौगात दी। सभी अधिकारी-कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2023 से 42 प्रतिशत से बढ़ाकर 46 प्रतिशत किया गया है। साथ ही उन्होंने एक्सग्रेसिया-बोनस 11 हजार रुपये तथा वाहन भत्ते में वृद्धि की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ आर्थिक रूप से तेजी से उभरता हुआ प्रदेश है, हम कोयला आधारित संयंत्रों के अलावा नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी कदम बढ़ा रहे हैं। इसके लिए जनरेशन कंपनी ने प्रदेश के 5 स्थानों को पंप स्टोरेज तकनीक से विद्युत उत्पादन के लिए चिन्हित किया है। कोरबा पश्चिम में लगभग 13,000 करोड़ की प्रस्तावित 1,320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर परियोजना की स्थापना की दिशा में हम तेजी से अग्रसर हैं। चेयरमैन ने कहा कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की दिसंबर 2023 की औसत लोड फैक्टर रिपोर्ट के अनुसार देशभर के 33 स्टेट पावर सेक्टर द्वारा संचालित विद्युत संयंत्रों का औसत प्लांट लोड फैक्टर 68.06 प्रतिशत रहा, जबकि इसी दौरान छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी का पीएलएफ 83.08 प्रतिशत दर्ज किया गया। इस प्रकार जनरेशन कंपनी के संयंत्रों को देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है। ट्रांसमिशन कंपनी को निरंतर गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति के लिए पारेषण प्रणाली का सुदृढ़ीकरण समय-समय पर करना आवश्यक है। अत: इस वर्ष राज्य में स्थापित अति उच्चदाब ट्रांसफार्मरों में 8 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। प्रदेश में 14000 सर्किट किलोमीटर अति उच्चदाब लाइनों एवं 336 पावर ट्रांसफॉर्मरों के नेटवर्क से निरंतर विद्युत आपूर्ति करना सबसे बड़ी चुनौती है। इस वर्ष ट्रांसमिशन कंपनी ने नेटवर्क की उपलब्धता 99.79 प्रतिशत बनाये रखने में सफलता हासिल की है, जो विद्युत नियामक आयोग के द्वारा निर्धारित लक्ष्य 99 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अपने विशाल नेटवर्क के जरिए जिसमें 1374 विद्युत उपकेंद्र के साथ 4 लाख किलोमीटर वितरण लाइनें स्थापित है, लगभग 63 लाख उपभोक्ताओं को 24 गुणा 7 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति कर रही है। इस विशाल नेटवर्क को निरंतर जीवंत बनाए रखने का कार्य डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के शहर से लेकर दूरस्थ गांव में फैला मैदानी अमला पूरी मुस्तैदी से कर रहा है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले किसानों के 7 लाख पंप कनेक्शनों को तथा स्टील, सीमेंट और चावल उद्योगों को किफायती और निरंतर बिजली प्रदान की जा रही है, जिससे छत्तीसगढ़ राज्य के आर्थिक विकास की गतिविधियों में तेजी आ रही है। भारत सरकार के सहयोग से प्रदेशभर में स्मार्ट मीटर लगाने की दिशा में कार्य आरंभ किया जाना है, इसके लिए रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) लागू की गई है, जिसमें स्मार्ट मीटर पर 4,089 करोड़ रुपये तथा लाइन लॉस में कमी लाने के लिए 3,544 करोड़ रुपये की योजनाएं शामिल हैं।