गुप्त नवरात्र की हुई शुरुआत, 9 दिन होगी माता रानी की विशेष आराधना
कोरबा। माघ माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शनिवार से गुप्त नवरात्र शुरू हो गई है, जो 18 फरवरी तक चलेगा। माघ में आने वाले गुप्त नवरात्र माता की पूजा व उपासना के लिए सर्वाधिक प्रशस्त समय है। पंडितों ने बताया कि सुबह 8.52 बजे से 10.19 बजे तक मीन लग्न में घट स्थापना की जा सकती है। इस दिन दोपहर 12.18 बजे से 1.02 बजे तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। मीन लग्न व अभिजीत मुहूर्त में कभी भी देवी मां की आराधना प्रारंभ की जा सकती है। 10 फरवरी को गुप्त नवरात्र की भी शुरुआत हो गई है। जिले के विभिन्न मंदिरों में 10 से 18 तक गुप्त नवरात्र पर पूजा होगी।
पंडितों ने बताया कि गुप्त नवरात्र में 10 महा-विद्याओं की पूजा होगी। ये 10 महा-विद्याएं मां काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी है। ये 10 महा-विद्याएं दस रुद्रावतारों की शक्तियां हैं। मान्यता है कि गुप्त नवरात्र की महिमा को आम लोगों तक ऋषि श्रृंगी ने पहुंचाया था। एक महिला ऋषि श्रृंगी के पास आई और दुखी होकर कहा कि उसका पति अनीतिपूर्ण कार्य करता है। इस वजह से घर में कलह रहता है। तब ऋषि श्रृंगी ने उस महिला को गुप्त नवरात्र की महिमा बताते हुए 10 महा-विद्याओं की उपासना करने को कहा और कहा कि यह उपासना शीघ्र फलदायी है। इससे उसे अवश्य लाभ होगा। तभी से गृहस्थ लोगों में भी गुप्त नवरात्र प्रचलित हुए। इस नवरात्रि की साधना को गुप्त रखा जाता है।