गोपालपुर में बॉटलिंग प्लांट फिर भी सस्ते में नहीं मिल रहा गैस सिलेंडर
0 अन्य जिलों की तरह चुकाने पड़ रहे हैं 992.50 रुपये प्रति सिलेंडर
कोरबा। गोपालपुर में जब बॉटलिंग प्लांट की शुरुआत की गई थी तब दावा किया गया था कि ट्रांसपोर्टिंग चार्ज कम हो जाएगा। उपभोक्ताओं को सिलेंडर के लिए लंबी कतारें नहीं लगानी पड़ेगी। लंबी कतारों से तो राहत मिल चुकी है, लेकिन एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम कम नहीं हुए हैं।
रायपुर में आईओसीएल के बॉटलिंग प्लांट का फायदा वहां के उपभोक्ताओं को मिल रहा है। ट्रांसपोर्टिंग चार्ज नहीं लगने से रायपुर के उपभोक्ताओं को 974 रुपये में गैस सिलेंडर मिल रहा है, जबकि कोरबा में भी आईओसीएल का प्लांट है लेकिन यहां के उपभोक्ताओं को 992.50 रुपये में सिलेंडर मिल रहा है। रायपुर की तुलना में कोरबा जिले के उपभोक्ताओं को 18 रुपये महंगे दर पर सिलेंडर की आपूर्ति हो रही है। लगभग एक साल से प्लांट से सिलेंडरों में गैस रिफलिंग शुरू हो चुकी है। जुलाई 2023 में पीएम मोदी ने इसका विधिवत शुभारंभ किया था। इस प्लांट के शुरु होने के बाद सड़कों पर वाहनों का दबाव पहले से बढ़ा है। कोरबा समेत छह जिलों के लिए रोजाना गैस सिलेेंडर की आपूर्ति के लिए 100 से अधिक वाहन आवाजाही करते हैं। इससे सड़क हादसे की संभावना बनी रहती है। जिले में कुल 17 शहरी और ग्रामीण वितरकों के पास डेढ़ लाख उपभोक्ता पंजीकृत है। शहर के तीन एजेंसी पर सबसे अधिक उपभोक्ता हैं। पहले इन वितरकों तक रायपुर से सिलेंडर पहुंचता था फिर उपभोक्ताओं तक। अब सिलेंडर से गोपालपुर से पहुंचता है और फिर उपभोक्ताओं तक। इसके बाद भी दर कम नहीं हो पा रही है।
0 दाम कम नहीं होने का यह है प्रमुख कारण
जानकार बताते हैं कि रायपुर के बॉटलिंग प्लांट तक एलपीजी गैस रैक के माध्यम से पहुंचती है, जबकि कोरबा में अभी भी गैस टैंकरों के माध्यम से प्लांट पहुंचता है। इस कारण से ट्रांसपोर्टिंग चार्ज अब भी लग रहा है। रायपुर का बॉटलिंग प्लांट अभी भी आईओसीएल के माध्यम से ऑपरेट हो रहा है, जबकि कोरबा के प्लांट को एक निजी कंपनी को सौंप दिया गया है।