लैंको संयंत्र के विस्तार का रास्ता साफ, अडानी ग्रुप से बढ़ी उम्मीदें
0 सीसीआई ने दी 100 फीसदी अधिग्रहण को मंजूरी
कोरबा। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अडानी समूह द्वारा अधिग्रहित लैंको अमरकंटक पावर प्लांट के सौदे को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही लैंको पावर प्लांट अडानी समूह की कंपनी पावर लिमिटेड की हो गई है। लैंको अमरकंटक पावर प्लांट थर्मल पावर पर आधारित है। कोयले से कंपनी बिजली का उत्पादन करती है। भारी भरकम खर्च के कारण कंपनी कार्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही है।
गौरतलब है कि कोरबा जिले में कोरबा-चांपा मार्ग पर ग्राम पताढ़ी के समीप लैंको अमरकंटक पावर प्लांट स्थित है। यहां कंपनी की 300-300 मेगावाट की दो इकाई है। लगभग 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन यहां से होता है। अडानी समूह द्वारा अधिग्रहित किए जाने के बाद लैंका पावर के आर्थिक समस्याओं से मुक्त हो जाने की संभावना है। लैंको पावर कंपनी पताढ़ी स्थिति संयंत्र का विस्तार करना चाहती थी। इसके लिए कंपनी ने आसपास की जमीन का भू-अधिग्रहण किया है, लेकिन आर्थिक संकट से जूझने के कारण कंपनी विस्तार को पूरी नहीं कर सकी।
अब अडानी पावर के अधिग्रहण से इस संयंत्र के विस्तार की उम्मीद जगी है। उम्मीद है कि कंपनी आने वाले वर्षों में संयंत्र के विस्तार की दिशा में कार्य करेगी। इसके तहत लैंको में 660-660 मेगावाट की इकाइयों का निर्माण प्रस्तावित है। अडानी समूह की कंपनी ने लैंको पावर का अधिग्रहण के लिए 4101 करोड़ रुपये की डील की है। लैंको पावर अधिग्रहित करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीस के अलावा सरकारी कंपनी पावर फाइनेंस कोर्पोरेशन ने भी दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन बाद में पावर फाइनेंस कंपनी ने हाथ खींच लिया था। इसके बाद अधिकतम बोली लगाने के कारण अडानी समूह को लैंको पावर प्लांट मिल गया था। सौदे की अंतिम मंजूरी के लिए प्रक्रिया भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के समक्ष विचाराधीन थी।