हर चुनाव में बढ़ता गया है गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का वोट प्रतिशत

0 भाजपा, कांग्रेस के बाद रही है तीसरी बड़ी पार्टी
कोरबा। लोकसभा के हर चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि मतदान का यह प्रतिशत दहाई का अंक पार नहीं कर सका है। पार्टी अभी तक डाले गए कुल मतों का 4 से 7 प्रतिशत तक हिस्सा प्राप्त करने में सफल रही है। उम्मीद है कि लोकसभा के इस चुनाव में भी गोंडवाना के प्रत्याशी की वोट बैंक में बढ़ोतरी होगी। इसके पीछे का मूल कारण पाली-तानाखार में पार्टी की मजबूत पकड़ और दादा हीरासिंह मरकाम के पुत्र तुलेश्वर सिंह मरकाम का विधायक होना है। तुलेश्वर जब से विधायक चुने गए हैं उन्होंने अपनी पूरी ताकत गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के वोट को अपने साथ बनाए रखने के लिए झोंक दी है। इसके लिए वे लगातार अपने क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।
आखिरकार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने लोकसभा की कोरबा सीट के लिए अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। इस बार पार्टी ने अपने राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम को चुनावी मैदान में उतारा है। श्याम सिंह की गिनती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में होती है। पार्टी में उनका स्थान दूसरा है। कोरबा सीट पर प्रत्याशी की घोषणा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने पाली में की। हालांकि पार्टी ने कोरबा के अलावा छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं लेकिन कोरबा सीट से श्याम सिंह मरकाम को प्रत्याशी बनाकर पार्टी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रही है। अभी तक इस सीट से कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी ही जीतते आए हैं, लेकिन कोरबा लोकसभा सीट पर हुए हर चुनाव में पार्टी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इस बार प्रत्याशी घोषित कर पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए ऐसी चक्रव्यू रची है जिसे भेदने वाला प्रत्याशी ही जीत हासिल कर सकेगा। इसके पीछे का मुख्य कारण कोरबा लोकसभा की अंतर्गत स्थित पाली-तानाखार, भरतपुर-सोनहत, मरवाही, बैकुंठपुर जैसी सीटों पर पार्टी का बड़ा जनाधार बताया जा रहा है। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मदवारों ने लोकसभा के अंतर्गत स्थित विधानसभा सीटों पर लगभग डेढ़ लाख से अधिक मत प्राप्त किया है।
पार्टी लोकसभा के इस चुनाव में अपने मतों को बांधने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। पार्टी अपने मतदाताओं को लोकसभा चुनाव में जोड़े रखती है तो इसका सीधा असर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों पर होगा। उनके जीत का अंतर कम हो सकता है। इस साल 7 मई को लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। लोकसभा क्षेत्र में 16 लाख 14 हजार 885 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। वोटों की गणना 4 जून को होगी।