November 7, 2024

अयोध्या मामले में कौन-कौन किए गए दोष मुक्त, आइये जानें उन सबका नाम

लखनऊ 30 सितम्बर। आज से 28 साल पहले 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में कार सेवकों ने बाबरी मस्जिद का ढांचा गिरा दिया था. मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने आज 32 आरोपियों की किस्मत का फैसला सुनाया. सभी आरोपी बड़ी कर दिए गए हैं. बाबरी विध्वंस मामले में कुल 48 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें 16 लोग अब इस दुनिया में नहीं रहे.

इस मामले में मुख्य आरोपियों में बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह, विनय कटियार, राम विलास वेदांती, ब्रज भूषण शरण सिंह आदि शामिल हैं. इनके अलावा महंत नृत्य गोपाल दास, चम्पत राय, साध्वी ऋतम्भरा, महंत धरमदास मुख्य आरोपी थे. जज एस के यादव सुबह 10.30 बजे कोर्ट पहुंचें और उसके बाद कार्रवाई शुरू हुई. एक घण्टे के भीतर फैसला सुना दिया गया.

जिन आरोपियों पर फ़ैसला आया है उनमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, महंत नृत्य गोपाल दास, साध्वी ऋतम्भरा, चम्पत राय, विनय कटियार, राम विलास वेदांती, महंत धरम दास, पवन पांडेय, ब्रज भूषण शरण सिंह, साक्षी महाराज, सतीश प्रधान, आर एन श्रीवास्तव, तत्कालीन डी एम, जय भगवान गोयल, रामचंद्र खत्री , सुधीर कक्कड़, अमरनाथ गोयल, संतोष दुबे, प्रकाश शर्मा, जयभान सिंह पवैया, धर्मेंद्र सिंह गुर्जर, लल्लू सिंह, वर्तमान सांसद, ओम प्रकाश पांडेय, विनय कुमार राय, कमलेश त्रिपाठी, गांधी यादव, विजय बहादुर सिंह, नवीन शुक्ला, आचार्य धर्मेंद्र और रामजी गुप्ता शामिल हैं.

मामले में जिन आरोपियों का निधन हो चुका है उनमें बाल ठाकरे, अशोक सिंघल, आचार्य गिरिराज किशोर, विष्णु हरि डालमिया, महंत अवैद्यनाथ, महंत परमहंस दास, महा मंडलेश्वर जगदीश मुनि, बैकुंठ लाल शर्मा प्रेम, डॉ सतीश नागर , मोरेश्वर साल्वे (शिवसेना नेता), डीवी रे (तत्कालीन एसपी), विनोद कुमार वत्स (हरियाणा निवासी), रामनारायण दास, हरगोबिंद सिंह, लक्ष्मी नारायण दास महात्यागी, रमेश प्रताप सिंह और विजयाराजे सिंधिया शामिल हैं.

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