जाति विशेष को साधने की जुगत
न्यूज एक्शन। विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन की प्रक्रिया अंतिम दौर पर है। पार्टी के प्रत्याशियों ने जनता के दरबार में हाजिरी लगानी भी शुरू कर दी है। वहीं पार्टी को जिताने रणनीति के तहत काम किया जा रहा है। वोटों की बात आती है तो जाति समीकरण का महत्व बढ़ जाता है। जनचर्चा है कि कोरबा विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों जाति विशेष को साधने की तैयारी एक राजनीतिक दल कर रहा है। चर्चाओं की मानें तो बड़े राजनीतिक दल ने जाति विशेष के पदाधिकारियों को प्रलोभन दिया है कि वे भाजपा के पक्ष में आते हैं और उनके पक्ष में सामाजिक वोटों का समीकरण तय करते हैं तो उनके समाज के लिए धर्मशाला बनाया जाएगा। इस तरह की जनचर्चा के बीच यह तो प्रतीत हो ही रहा है कि राजनीतिक दलों ने एक साथ जाति विशेष के वोटों को अपने पाले में करने का नया तरीका इजात कर लिया है। जाति विशेष के पदाधिकारियों को अपने पाले में लाकर समाज के हित में काम करने की बात कही जा रही है। इन जनचर्चाओं में दम कितना है यह तो वक्त ही बताएगा। मगर जो चर्चा सुर्खियां बनी हैं उनकी मानें तो ऐसे आश्वासनों से किसी भी दल के पक्ष में जाति समीकरण मजबूती से बैठ सकता है।