November 8, 2024

कोरोना तांडव: एशिया के सबसे बड़े सिविल हॉस्पिटल में भी जगह कम पड़ी, एम्बुलेंस की कतारें लगी बाहर

अहमदाबाद 19 अप्रैल: गुजरात में अस्पताल हों या श्मशान.. दोनों जगह वेटिंग टाइम बढ़ गया है। यहां भी कोरोना ने जमकर तांडव मचा रखा हैं.कोरोना किस कदर कहर बरपा रहा है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि यहां अहमदाबाद स्थित एशिया के सबसे बड़े सिविल हॉस्पिटल में भी जगह कम पड़ गई है। अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में इतने ज्यादा मरीज भर्ती हैं कि कई डॉक्टरों को खाना खाने की भी फुरसत नहीं हैं। हॉस्पिटल के बाहर मरीजों से भरी एंबुलेंस लंबी लाइनों में खड़ी हैं। ऐसे हालतों की वहां से एक तस्वीर सामने आई है। जहां 70 एंबुलेंस इंतजार करते दिखीं।

अहमदाबाद के इस जिला अस्पताल में 1,200 बिस्तर होने के बाद भी वहां अब नए मरीजों के लिए जगह नहीं बची है। लोग अपने-अपने साथ लाए गए मरीज को भर्ती करवाने का इंतजार कर रहे हैं। अहमदाबाद में रोज हजारों नए मरीजों का पता चला चल रहा है। यहां पिछले साल भी 1 हजार से ज्यादा लोग कोरोना के चलते काल के गाल समा गए थे। इस बार स्थिति और भयावह हैं।

राजकोट के सिविल अस्पताल में भी एम्बुलेंस की कतार लगी हुई हैं. गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, बड़ोदरा शहरों में कोरोना महामारी का प्रकोप ज्यादा है. फिलवक्त सूरत और अहमदाबाद दो ऐसे शहर हैं, जहां लोगों की जानें भी ज्यादा जा रही हैं। इन शहरों में श्मशान भी अंतिम संस्कारों के लिए कम पड़ रहे हैं। सूरत और अहमदाबाद शहरों में कोरोना के इतने मरीज मिल रहे हैं कि व्यवस्था खाक चाट रही हैं। आज अहमदाबाद सिविल अस्पताल स्थित सबसे बड़े कोविड हॉस्पिटल के बाहर एम्बुलेंस की लंबी कतारें देखी गई.एक अधिकारी ने कहा कि, पिछले 10 दिनों से इमरजेंसी जैसे हालत हैं।हर दिन राज्य में 4500 से अधिक कोरोना मरीज मिल रहे हैं। श्मशान पर जो लाशें पहुंचाई जा रही हैं, उनमें से अधिकांश कोरोना रोगियों की हैं।सक्रिय कोरोना मरीजों की बात की जाए तो अहमदाबाद में यह संख्‍या 18,092 हो गई है। दूसरे नंबर पर सूरत है, जहां 11,367 सक्रिय मामले हैं। इसके अलावा राजकोट में 4,600 और वडोदरा में 4,677 सक्रिय मरीज हैं। पूरे गुजरात का आंकडा देखें तो 55398 लोग वर्तमान में कोरोना ने जकड रखे है। जबकि, कुल संक्रमितों का आंकडा 4 लाख होने वाला है।

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