भू-विस्थापितों ने फिर दी आंदोलन की चेतावनी
कोरबा 31 अगस्त। एसईसीएल खदानों से प्रभावित भू-विस्थापितों की मांगों को लेकर एसईसीएल मुख्यालय में बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर के साथ ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति के पदाधिकारियों की द्विपक्षीय वार्ता हुई। जिसमें 1983.84 के रोजगार के लंबित मामलों को संज्ञान लेकर वन टाइम सेटलमेंट के आधार पर निराकृत करने सभी क्षेत्रों से फाइलों को मंगाने, महिला खातेदारों व विवाहित पुत्रियों को रोजगार देने, क्षेत्रवार भू-विस्थापित बेरोजगारों को वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सोसाइटी के माध्यम से 5 से 10 लाख तक का ठेका देने, कौशल उन्नयन कार्यक्रम शुरू करने, कंपनी में वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराने, महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं के स्थाई आजीविका के लिए कार्ययोजना बनाकर जमा कराने पर तत्काल फंड उपलब्ध कराने, रोजगार, बसाहट व मुआवजा के लिए एरिया व ग्राम समिति गठन करने स्वीकृति प्रदान की गई थी।
एसईसीएल व उस कमेटी के साथ सयुंक्त टीम बनाकर कार्य करने व समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। बसाहट स्थल चयन के मामले में आ रही दिक्कत को आपसी सामंजस्य बनाकर दूर करने का निर्णय लिया गया था। इसी तरह भूं-धसान के प्रभावितों को फसल क्षतिपूर्ति व मुआवजा भुगतान के लिए भौतिक अवलोकन करने के लिए टीम भेजने का निर्णय लिया गया। गांवों के आंशिक अधिग्रहण के संबंध में प्रबंधन की ओर से स्पष्ट किया गया कि उच्च स्तर पर इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। अन्य मुद्दों पर जिला प्रशासन एराज्य व केंद्र सरकार की नीतियों का हवाला देकर अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया।
संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने कहा कि एसईसीएल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ बैठक में कुछ प्रमुख बिंदुओं पर सकारत्मक निर्णय लिया और जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया है और कुछ बिंदुओं पर अधिकारियों ने नीतिगत मुद्दा बताकर इनकार कर दिया है जिसके निराशा हुई। 15 दिन बीत जाने के बाद भी जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नजर नहीं आ रही है। जिसे लेकर भू-विस्थापितों में आक्रोश है फिर आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं।