जीवनदीप कर्मचारियों ने मांगों को लेकर शुरू की हड़ताल
कोरबा 18 जनवरी। जीवनदीप समिति से संबंध 125 कर्मचारियों ने आज से फिर हड़ताल शुरू कर दी और कामकाज ठप कर दिए। नतीजा यह हुआ कि खास तौर पर जिला अस्पताल से संबंधित व्यवस्था प्रभावित हो गई। पीएचसी कोरबा शहर में भी इसका असर पड़ा। नियमित कर्मचारियों पर जहां काम का दबाव पड़ा वहीं मरीजों के सामने दिक्कतें पेश आयी।
कलेक्टर दर पर वेतन, अवकाश और पिछले दिनों की कटौती को वापस करने सहित अन्य मांगों के लिए जीवन समिति ने कर्मियों ने एक बार फिर हड़ताल शुरू कर दी। दिसंबर महीने में उन्होंने तीन दिन तक कामकाज ठप किया था। जिस पर प्रशासन की ओर से कहा गया था कि 15 जनवरी तक बैठक करते हुए मांगों पर विचार किया जाएगा, लेकिन इसे भुला दिया गया है। नाराज कर्मचारियों ने इसी मसले को लेकर अपने तेवर दिखाए। बड़ी संख्या में नर्सिंग स्टाफ, वाहन चालक, प्रयोगशाला कर्मी और ओपीडी स्टाफ के हड़ताल पर जाने से कामकाज बिगड़ गया। मरीजों को उपचार के लिए ओपीडी की खिड़की पर इंतजार करना पड़ा। इसी तरह की समस्याएं अन्य क्षेत्रों में हुई। इससे मरीज परेशान हुए। मरीजों को लाने वाले वाहनों की सेवाएं बाधित होने से दूर दराज के लोगों को दुस्वारियों का सामना करना पड़ा। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि आम लोगों को परेशान करना उनका उद्देश्य नहीं है लेकिन जिस तरह से विभाग के अधिकारी उनके साथ मनमानी कर रहे हैं, इसके चलते मजबूरीवश यह तरीका अपनाना पड़ रहा है।
परिजनों को करनी पड़ी मशक्कत शहर और आसपास से जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाये गए सामान्य मरीजों के मामले में दिक्कत नहीं हुई लेकिन गंभीर मरीजों को स्ट्रेचर अथवा ट्राई साइकिल पर भीतर ले जाने के लिए उनके परिजनों के साथ-साथ आटो चालकों को मेहनत करनी पड़ी। वजह यह है कि इस काम को जो कर्मी करते हैं, वे भी हड़ताल पर है। एक महीने पहले की हड़ताल में भी इस तरह के अनुभव सामने आये थे।