November 25, 2024

बारदाना किसी मील का और चावल जमा करने पहुंचा कोई और मील मालिक, पी डी एस का चावल रिसायकलिंग करने का संदेह

कोरबा 7 अगस्त। नागरिक आपूर्ति निगम के कटघो रा-छूरी भण्डार गृह में बारदाना घोटाला की जांच के दौरान एक लाट संदिग्ध चावल को सुरक्षा में रखा
गया है। इसे न तो रिजेक्ट किया गया और ना ही एक्सेप्ट किया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांजगीर चाम्पा जिले के एक राईस मील संचालक ने नान के छूरी गोदाम में एक लाट चावल जमा करने के लिए भेजा है। गोदाम में चावल उतरने के बाद लाट में अलग-अलग राईस मील का स्टेंसिल लगा बोरा पाया गया। जबकि सभी बारदाना में एक खास राईस मील का स्टीकर लगा हुआ है। इस भिन्नता की बजह से चावल संदिग्ध हो गया।
इस संबंध में नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक रमेश तिवारी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने अलग-अलग राईस मील के बारदाने में एक लाट चावल आने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि गुरूवार को मौके पर इस बात की जानकारी मिलने के बाद चावल को सुरक्षित रख दिया गया है। फिलहाल न तो इसे रिजेक्ट
किया गया है और ना ही एक्सेप्ट किया गया है।
जिला प्रबंधक से जब पूछा गया कि अलग-अलग राईस मील के स्टेंसिल लगे बारदाने में चावल मिलना कहीं पी डी एस के चावल की रिसायकलिंग का मामला तो
नहीं है, तो उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। सूत्रों के अनुसार उक्त चावल पीडीएस का ही है। कोरबा के चाम्पा मार्ग की एक मील से राईस मिल संचालक ने रिसायकल कर अपनी ट्रक से इसे गोदाम में जमा करने भेजा है। हालांकि चावल को जांजगीर चाम्पा के राईस मिलर के नाम से जमा किया जा रहा था। सूत्रों के अनुसार सूक्ष्म जांच करने पर जिले में हो रहे बड़े पी डी एस घोटाले का भी खुलासा हो सकता है। बहरहाल बारदाना घोटाला के साथ-साथ नये-नये खुलासे हो रहे हैं, जो नागरिक आपूर्ति निगम की कार्य प्रणाली को संदिग्ध बनाते हैं। देखना होगा कि इस नये मामले में लिपा-पोती की जाती है
या निष्पक्ष जांच के लिए प्रकरण को पुलिस विभाग को सौंपा जाता है।
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