लापरवाही: सिंघाली भूमिगत खदान के ऊपर की जमीन फिर से धंसी..SECL प्रबंधन सो रहा कुम्भकरण की नींद
कोरबा 09 अगस्त। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) की भूमिगत सिंघाली कोयला खदान का ऊपरी हिस्सा आज फिर एकाएक धंस गया। जिस वक्त यह घटना हुई, संयोग से घटना स्थल पर कोई नहीं था। इस धसान की खबर आम हुई तो इसे करीब से देखने लोग पहुंचने लगे। जमीन के नीचे से कोयला निकाला जा चुका है और भूमिगत खदान के ऊपर लोग निवासरत हैं। इस वजह से यहां के लोग सहम गए हैं। एसईसीएल प्रबंधन का कहना है कि मामले की जांच विशेषज्ञों की टीम करेगी, उसके बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा। कुछ दिन पहले ही यहां से 50 मीटर की दूरी पर जमीन धसक गई थी। इस बार भी उतनी ही जमीन धसकी है लेकिन आसपास के कुछ क्षेत्र में दरार भी देखा गया है। इस घटना से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
10 दिवस पहले ही धंसी थी जमीन, फिर भी नहीं लिया सबक
जमीन धंसने का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे 10 दिवस पहले ही इसी क्षेत्र में जमीन धंसने की घटना हुई थी, जिसके बाद क्षेत्र के निवासियों में काफी आक्रोश भी था। घटना की जाँच के लिए आए SECL प्रबंधन के अधिकारीयों से ग्रामीणों की झुमा झटकी भी हुई थी परंतु इसके बाद भी प्रबंधन समस्या के प्रति गंभीरता नहीं दिखा रहा है। जमीन के नीचे से कोयला निकाला जा चुका है और भूमिगत खदान के ऊपर लोग निवासरत हैं जिनमें इस तरह की घटना के बाद भय व्याप्त है। याद रहे कुछ वर्ष पूर्व ग्राम सुराकछार में भी इसी तरह भू धंसान की घटना हुई थी जिसकी वजह भूमिगत खदान में कोयला खोदने के बाद रिक्त स्थान पर डीपिलरिंग में लापरवाही की बातें सामने आई थी। यह मुद्दा आज भी यथावत है।