November 7, 2024

रसोईघर में गैस सिलेंडर फटा, दंपति सहित 3 झुलसे


कोरबा 11 अक्टूबर। भोजन बनाने के दौरान परंपरागत चूल्हा का उपयोग करने के दौरान खास तौर पर महिलाओं को धुंआ के कारण हो रही परेशानी को रसोई गैस ने दूर जरूर किया हैए लेकिन खतरे भी बड़े हैं। विभिन्न क्षेत्रों में इस के नजारे सामने आ रहे हैं। बालको नगर के संजय नगर क्षेत्र में मंगलवार को पूर्वान्ह हुई ऐसी ही घटना में दंपति सहित तीन लोग झुलस गए। बाल्को नगर के विभागीय अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। आज पूर्वान्ह 11 बजे के आसपास सेक्टर 1 काली मंदिर के नजदीक संजय नगर स्लम एरिया में यह घटना हुई।

जानकारी के अनुसार यहां पर चैन लाल यादव का परिवार निवासरत है। उसकी पत्नी मनीषा यादव सुबह दसवीं कक्षा में भोजन तैयार कर रही थी। नजदीक में ही उसकी जेठानी देवकी यादव मौजूद थी। बताया गया कि भोजन तैयार होने के दौरान ही अचानक गैस सिलेंडर जोर की आवाज के साथ फट गया। इससे आग का दायरा बढ़ गया। यहां पर कामकाज में लगी मनीषा ने सहायता के लिए आवाज लगाई। जिसे सुनकर मनीषा का पति चैनलाल यादव और जेठानी देवकी यादव तत्काल यहां पहुंचे। मनीषा को बचाने के चक्कर में यह दोनों भी काफी हद तक झुलस गए। लोगों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग हरकत में आए और यहां पहुंच कर अपने स्तर पर राहत और बचाव कार्य किया। इसके बाद स्थानीय पुलिस को जानकारी दी गई। आनन.फानन में एंबुलेंस के जरिए तीनों पीडि़तों को बाल्को नगर के विभागीय अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर बर्न यूनिट में उनका उपचार किया जा रहा है। खबर मिलने पर विविध क्षेत्रों के लोगों ने अस्पताल पहुंचकर पीडि़तों का हालचाल जाना। घनी आबादी वाले क्षेत्र में गैस सिलेंडर फटने की घटना की खबर ने लोगों को भयभीत कर दिया है। स्थानीय पुलिस की टीम ने यहां का मुआयना करने के साथ आसपास के लोगों से जानकारी हासिल की। घटना कैसे और क्यों हुई इसका खुलासा आगे की जांच में होने की उम्मीद है।

लोगों की जानकारी के लिए बताना आवश्यक है कि सभी रसोई गैस उपभोक्ताओं के द्वारा रजिस्टर्ड कनेक्शन मामले में उनके गैस सिलेंडर इन्श्योर होते हैं। आपात स्थिति में मृत्यु होने पर पीडि़त पक्ष क्षतिपूर्ति का हकदार होता है। लेकिन इसके लिए जो शर्तें बनाई गई है उनकी पूर्ति करनी होती है। खबर के मुताबिक रसोई घर के वेंटिलेटर की ऊंचाईए स्वीच बोर्ड की दूरी और समय पर गैस का पाइप बदलने जैसा पैरामीटर अहम होते हैं। घटना होने पर गैस कंपनी को इसकी सूचना देने के बाद उसके द्वारा जांच की जाती है।

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