हाथियों के उत्पात से थर्रा रहा केंदई रेंज, तीन अलग-अलग झुंड में 48 हाथी कर रहे विचरण
कोरबा। कटघोरा वनमंडल का केंदई रेंज इन दिनों हाथियों की चिंघाड़ से थर्रा रहा है। यहां 48 की संख्या में हाथी तीन अलग-अलग स्थानों पर विचरण कर रहे है, जो खेतों में पहुंचकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है। एक दल परला के जंगल में है जिसमें हाथियो की संख्या 6 के लगभग बतायी जा रही है, जबकि दूसरे दल में 41 हाथी हैं जो कोरबी सर्किल के जंगल में घूम रहे है। वहीं खतरनाक लोनर हाथी लालपुर पहुंच गया है।
केंदई रेंज में मौजूद हाथियों के बीती रात उत्पात मचाते हुए तीनों स्थानों पर फसल को रौंद दिया है। इस बीच सूरजपुर क्षेत्र से ट्रैकिंग विशेषज्ञों के नेतृत्व में पांच सदस्यीय दल केंदई परिक्षेत्र पहुंचा है, जो लोनर हाथी की ट्रैकिंग कर उसके व्यवहार का अध्ययन भी कर रहा है। दल में एक महावत भी शामिल है जो प्रशिक्षित कुमकी हाथी की देखरेख करता है। इसके अलावा थर्मल ड्रोन के जरिए लोनर की निगरानी की जा रही है। ड्रोन कैमरा भी लोनर के लोकेशन का लगातार फोटो भेज रहा है। सूत्रों के अनुसार ट्रेंकिग दल लोनर हाथी के गांव के पास पहुंचने पर तत्काल मौके पहुंचेगा और लोनर को खदेड़कर बस्ती में प्रवेश करने से रोकेगा। जानकारी के अनुसार ट्रैकिंग दल के साथ पहुंचे महावत लोनर के व्यवहार का अध्ययन करने के बाद यह तय करेगा की इसे नियंत्रित करने के लिए प्रशिक्षित कुमकी हाथी की आवश्यकता पड़ेगी अथवा नहीं। यदि उन्हें यह लगेगा की लोनर को झुंड में शामिल करने के लिए कुमकी हाथी की आवश्यकता है तो वें उसे लेकर यहां पहुंचेेंगे और लोनर को नियंत्रित कर क्षेत्र में मौजूद हाथियों के दल में शामिल करेंगे। इस बीच कोरबा वनमंडल के पसरखेत रेंज में 9 हाथी मदनपुर के आसपास घूम रहे हैं, जबकि बासिन में अचानक पहुंचे 10 हाथयों ने रात में उत्पात मचाने के बाद लबेद, गीतकुंवारी के रास्ते धरमजयगढ़ का रूख कर लिया। हाथियों के इस दल ने जाने के पहले रास्ते में गीतकुंवारी में 6 किसानों की फसल को तहस-नहस कर दिया।