December 24, 2024

कथित भाजपा नेता देवेन्द्र पाण्डेय की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया में बड़ा आरोप सामने आया, बैंक में भर्ती घोटाला

कोरबा 7 सितम्बर। प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर के पुत्र संदीप कंवर के साथ बंधक बनाकर मारपीट के मामले में कथित भाजपा नेता देवेंद्र पांडे और उनके पुत्र शुभम पांडे के गिरफ्तार होने के बाद सोशल मीडिया में उनके खिलाफ एक नया आरोप सामने आया है। उन पर जिला कोऑपरेटिव बैंक बिलासपुर का अध्यक्ष रहते हुए भर्ती के नाम पर लाखों रुपयो का लेनदेन करने का दावा किया गया है और दस्तावेजी सबूत होने का भी दावा किया गया है। हम इस आरोप की पुष्टि नहीं करते लेकिन अपने पाठकों की जानकारी के लिए वायरल संदेश को यहां यथावत प्रस्तुत कर रहे हैं।

करनी का फल यही मिलता है यही स्वर्ग और यही नरक है इतना पैसा कमा कर इतना धन संपत्ति एकत्र करके इतनी बड़ी आलीशान महल बना कर इतनी बड़ी दुर्गति जिस थाली में खाए उसी थाली में छेद किए एक कहावत है पूर्व मंत्री श्री ननकीराम कंवर के पद का पूरा दुरुपयोग पांडे के द्वारा किया गया और लाखों करोड़ों रुपए कमाया गया और उसी को आंख दिखा रहे हैं जिसका परिणाम आज उनको भुगतना पड़ रहा है गुरु गुरु रह गया चेला गुड हो गया प्रधान कार्यालय सरकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बिलासपुर में 106 बेरोजगार लोगों का देवेंद्र पांडे को बद्दुआ लग गई जिनसे वे नौकरी लगाने के नाम पर 2014 15 मैं लाखों रुपए लिए थे और सभी का रेट फिक्स किया गया था पद के हिसाब से सभी जानकारी मेरे पास पूरा विवरण उपलब्ध है आने वाले कल में इस मामले में भी f.i.r. करने के लिए पीड़ित पक्ष छत्तीसगढ़ सरकार के समक्ष जाएंगे न्याय की गुहार लगाने के लिए और नौकरी लगाने के नाम से जो पैसा लाखों रुपया लिया गया उस पैसे को वापस किया जाए ऐसा मांग रखेंगे नहीं तो पांडे के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग करेंगे ऐसा मुझे जानकारी विशेष सूत्रों से मिली है

देवेंद्र पांडे जी जब प्रधान कार्यालय सरकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष थे तब नौकरी लगाने के नाम से लाखों रुपए की लेनदेन करने की बातें सामनेआई थी और इसके बाद जितने भी 106 बेरोजगार बच्चों को नौकरी लगाने के लिए उनको प्रमाण पत्र दिया गया था जॉइनिंग लेटर वह लोग 9 महीना नौकरी भी किए थे इसके बाद उन सभी बेरोजगार लोगों को बर्खास्त कर दिया गया सभी बेरोजगार लोगों की आह तो लगेगी ना कुछ लोग अपना जमीन बेचकर कुछ लोग कर्जा लेकर कुछ लोग खेत बेचकर पैसा दिए थे नौकरी के लिए बाद में ना पैसा मिला और ना ही नौकरी आज वेदर दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर है मेरे पास सभी लोगों का डिटेल और दस्तावेज है मुझे उनकी तकलीफ सुनकर काफी दुख महसूस हुआ इसलिए मैंने आज इस बातों को उल्लेख किया है और आगे भी मैं निरंतर लिखता रहूंगा जब तक वह 106 बेरोजगारों को न्याय नहीं मिलता तब तक

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