मुंगेली में बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी..वनविभाग पर तस्करों से सांठगाँठ का आरोप
राहुल यादव, मुंगेली
मुंगेली वनमण्डल के खुड़िया वनपरिक्षेत्र के जंगलों में इनदिनों इमारती लकड़ियों की अवैध कटाई तस्करों द्वारा बेख़ौफ की जा रही है. पूरा मामला चचेड़ी बीट के कक्ष क्रमांक 493 का सामने आया है. जहां मनियारी नदी के रास्ते लकड़ी तस्करों के द्वारा 14 नग लाखो रुपए के सागौन लकड़ी के गट्ठे को बहाते हुए लाया जा रहा था. जिसकी सूचना मिलते ही वन समिति के सदस्यों के द्वारा मौके पर जाकर नदी में तैरते लाखों रुपए के लकड़ी के गठ्ठो को जप्त किया गया और इसकी सूचना वन विभाग के उच्च अधिकारियों को दी गई है. जिनके द्वारा वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक खुड़िया वनपरिक्षेत्र के जंगलो में वन विभाग के कर्मचारियों के शह पर रोजाना लकड़ियों की अवैध कटाई धड़ल्ले से हो रही है. जिसको लेकर चचेड़ी वन समिति के सदस्यों ने नदी के रास्ते की जा रही लकड़ियों की तस्करी मामले में विभाग के वनरक्षक निलेश कुमार सोनकर समेत अन्य अधिकारीयों/कर्मचारियों पर सांठगांठ का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है. ताजा मामले में भी वन समिति के सदस्यों द्वारा आरोप लगाया गया है की तस्करी की सुचना वन विभाग को रात में ही दे दी गई थी परन्तु रात भर वन विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुँचा व ग्रामीणों ने ही रात भर जाग कर तस्करों द्वारा काटी हुई लकड़ियों की हिफाजत की. उनका आरोप है की यह पूरा गोरखधंधा वन विभाग के उच्च अधिकारीयों व वनरक्षक निलेश सोनकर के संरक्षण में चल रहा है.
वहीं वनरक्षक निलेश सोनकर का कहना है की वनविभाग द्वारा लगातार अवैध कटाई व तस्करी पर कार्यवाही की जा रही है पर अभी तक तस्कर उनके हाथ नही लग पाए हैं. बहरहाल नियमित रूप से हो रही बेशकीमती लकड़ियों की कटाई वन विभाग के दावों को खोखला साबित करते हुए उनकी पोल खोल रही है. अब देखना होगा कि कब तक लकड़ी तस्करों पर कड़ी कार्यवाही होती है.