November 7, 2024

किसकी बनेगी सरकार: बस इसकी ही चिंता फिकर, कयासों और अटकलों से रही रात गुजर

न्यूज एक्शन। विधानसभा चुनाव का समापन हो चुका है। जनादेश ईव्हीएम में कैद हो चुका है। अब लोगों को 11 दिसंबर मतगणना का इंतजार है। इस इंतजार में कयासों और अटकलों का बाजार गर्म हो चुका है। कोरबा जिला के चारों विधानसभा सीटों पर अगला विधायक कौन होगा, इसकी चर्चा तो हो ही रही है। प्रदेश मेेंं किसकी सरकार बनेगी इस पर हार-जीत और दांव भी लगने लगे हैं। सोशल मीडिया में अपने प्रत्याशियों का जोरशोर से प्रचार करने वाले अब सोशल मीडिया में आंकड़ों का खेल खेलकर जीत का दावा भी करने लगे हैं।
20 नवम्बर को कोरबा जिले की 4 विधानसभा रामपुर, कोरबा, कटघोरा व पाली-तानाखार के लिए मतदान संपन्न हुआ। काफी कश्मकश भरा यह चुनाव है जिसमें प्रत्याशी एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दिये हुए हैं वहींं चुनाव जीतना प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। मतदान से पहले चुनाव प्रचार, बूथ स्तर पर अपनी स्थिति मतदाताओं की ओर से मजबूत करने व सतत जनसंपर्क में प्रत्याशियों और समर्थकों ने दिन-रात एक कर दिया। मतदान बाद यह तनाव दूर हुआ तो अब प्रत्याशियों से लेकर समर्थकों और खासकर नगरजनों में परिणाम जानने की जिज्ञासा देखी जा रही है। 11 दिसम्बर को ईव्हीएम खुलने से पहले चौक-चौराहे, ठेले-खोमचे और घर से लेकर दुकान तक लोग अपने-अपने आंकड़ों में अगला विधायक चुन रहे हैं और सरकार हर दिन बन-बिगड़ रही है। वैसे तो प्रत्याशियों की धड़कनें भी परिणाम को लेकर तेज हैं लेकिन वे इस चिंता को जाहिर कर भी नहीं पा रहे हैं।
याद रहे रामपुर विधानसभा क्षेत्र से ननकीराम कंवर भाजपा, श्यामलाल कंवर कांग्रेस की प्रतिष्ठा जहां दांव पर लगी हैं वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जकांछ से फूलसिंह राठिया ने समीकरण बदला है। जकांछ का बसपा से गठबंधन होने के कारण दोनों ताकतें इस पार्टी के प्रत्याशी को जिताने में झोंकी गई है। कोरबा विधानसभा में जयसिंह अग्रवाल कांग्रेस, विकास महतो भाजपा में सीधा मुकाबला हैं तो यहां जकांछ के रामसिंह अग्रवाल, निर्दलीय विशाल केलकर, अमरनाथ अग्रवाल, आम आदमी पार्टी के अनुप अग्रवाल व कुछ निर्दलियों ने वोट बैंक में सेंध लगाई है। कटघोरा विधानसभा में लखनलाल देवंागन भाजपा को अपनी कुर्सी बचाने की चिंता है वहीं पूर्व विधायक बोधराम कंवर के कंधों पर पुत्र कांग्रेस प्रत्याशी पुरूषोत्तम कंवर को जिताने का दारोमदार है। चूंकि कटघोरा विधानसभा का अधिकांश क्षेत्र भू विस्थापितों वाला है इसलिए कहा जा सकता है कि उनका मत निर्णायक की भूमिका निभायेगा। जन आंदोलन खड़ा कर लोगोंं की समस्याएं निराकृत कराने में सहभागी माकपा के जिला सचिव सपुरन कुलदीप ने भू विस्थापितों सहित गांवों के मतदाताओं पर भरोसा जताया है। जकांछ के गोविंद सिंह राजपूत के अलावा अन्य प्रत्याशी भी अपने दावे पर कायम हैं। पाली-तानाखार विधानसभा में बड़े उलटफेर की आशंका है।
कांग्रेस से पाला बदलकर भाजपा में आये रामदयाल उइके को अपने वोट बैंक पर भरोसा है तो दूसरी ओर कार्यकाल में घोषणाएं और वादे पूरा नहीं करने की नाराजगी भी वे झेल रहे हैं। गोंगपा के हीरासिंह मरकाम ने इस बार समाजवादी पार्टी से गठबंधन कर पूरी ताकत झोंकी है तो कांग्रेस के मोहित केरकेट्टा को उम्मीद है कि दोनों की लड़ाई में कांग्रेस परम्परागत वोटों के सहारे उनकी नैय्या पार हो जायेगी।

जोगी कांग्रेस का दिख रहा दबदबा
चुनाव के बाद जहां चुनावी चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है। हर पान, ठेले, गुमटी में लोग अपने हिसाब से सरकार बना रहे हैं। सोशल मीडिया में भी विभिन्न सर्वे के नाम पर सरकार बनने के कयास लगने लगे हैं। ऐसे अधिकांश वायरल पोस्ट में जोगी कांग्रेस का दबदबा बताया जा रहा है। द्वितीय चरण के तहत संपन्न हुए 72 सीटों पर जोगी कांग्रेस व बसपा गठबंधन के 25 सीट बताए जा रहे हैं। वहीं भाजपा और कांग्र्रेस के हैरान कर देने वाले 23-23 सीट बताया गया है। वहीं एक सीट गोंगपा के खाते में बताया जा रहा है। अटकलों का बाजार गर्म है। किस दल को किन-किन सीटों पर हार-जीत मिल रही है। इसकी चर्चाएं जमकर हो रही है। वायरल हो रहे संभावित परिणाम के मुताबिक प्रदेश के मनेंद्रगढ़, सीतापुर, रामपुर, कोरबा, कटघोरा, मरवाही, कोटा, लोरमी, मुंंगेली, तखतपुर, बिल्हा, बेलतरा, बलौदाबाजार, भांठापारा, गुंडरदेही, बेमेतरा में जोगी कांग्रेस की जीत बताई जा रही है। वहीं कांग्रेस की विजयी सीट के रूप में वैकुंठपुर, प्रेमनगर, प्रतापपुर, सामरी, लुंड्रा, पत्थलगांव, धरमजयगढ़, सक्ती, बसना, कसडोल, अभनपुर, राजिम, बिंद्रानवागढ़, सिहावा, संजारीबलौद, डोंडीलोहारा, दुर्ग ग्रामीण, भिलाई नगर, वैशालीनगर, साजा की संभावना जाहिर की गई है। भरतपुर सोनहत, भठगांव, रामानुजगंज, अंबिकापुर, जशपुर, कुनकुरी, लैलुंगा, रायगढ़, खरसिया, बिलासपुर, सरईपाली, खल्लारी, महासमुंद, रायपुर ग्रामीण, रायपुर दक्षिण, रायपुर पश्चिम, धरसींवा, कुरूद, धमतरी, दुर्ग सिटी, अहिवारा और कवर्धा सीट को भाजपा की झोली में बताया जा रहा है। इसके अलावा जकांछ गठबंधन के कारण मजबूत हुई बसपा के खाते में सारंगढ़, मस्तूरी, अकलतरा, जांजगीर-चांपा, चंद्रपुर, जैजेपुर, पामगढ़, आरंग, नवागढ़ और पंडरिया को बताया जा रहा है। एक मात्र सीट कोरबा जिला की पाली-तानाखार गोंंगपा के लिए मानी जा रही है। इस तरह से रोज नए सर्वे सामने आने लगे हैं। वायरल हुए मौजूदा पोस्ट में जोगी कांग्रेस के बिना सरकार बनती नजर नहीं आ रही है। आंकड़ों का गुणा भाग तो मतगणना तक चलता रहेगा। सोशल मीडिया में रोज नई सरकार बनती और बिगड़ती रहेगी। लिहाजा इस समय सोशल मीडिया मेंं जोगी कांग्रेस छाया नजर आ रहा है। वायरल पोस्ट एक न्यूज पोर्टल का नाम भी लिखा गया है।

कोरबा की तीन सीटों पर जकांछ!
वायरल हो रहे पोस्ट में कोरबा जिला की चार विधानसभा सीटों में से तीन पर जकांछ प्रत्याशियों की जीत संभावित बताई जा रही है। कोरबा, रामपुर और कटघोरा में जकांछ प्रत्याशियों की जीत का दावा किया जा रहा है। वहीं पाली-तानाखार सीट पर गोंगपा की जीत की संभावना है। इस तरह से जारी हुए सर्वे में कोरबा जिले से भाजपा-कांग्रेस का सुपड़ा साफ बताया जा रहा है।

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